PM Vishwakarma Yojana 2023 :- भारत सरकार ने 13,000 करोड़ रुपये की श्रमिक योजना PM Vishwakarma Yojana 2023 को मंजूरी देकर पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों के उत्थान की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। यह योजना लगभग 30 लाख कुशल श्रमिकों को लाभ पहुंचाने के लिए बनाई गई है जिनमें बुनकर, सुनार, लोहार, धोबी और विभिन्न पारंपरिक कला में लगे अन्य लोग शामिल हैं। आइए इस PM Vishwakarma Yojana 2023 के बारे में विस्तार से जानते हैं।
PM Vishwakarma Yojana 2023
पीएम विश्वकर्मा योजना की शुरुआत सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर की थी। बाद में केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक के दौरान इस योजना को मंजूरी दी गई। ‘पीएम श्रमिक’ योजना के नाम से जानी जाने वाली इस पहल का उद्देश्य पारंपरिक कुशल श्रम में शामिल लोगों को सहायता प्रदान करना है।
इस योजना का प्राथमिक फोकस पारंपरिक शिल्प कौशल के विभिन्न रूपों में लगे श्रमिकों के कौशल विकास को सुविधाजनक बनाना है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शेयर किया कि यह योजना पात्र श्रमिकों को 1 लाख रुपये तक का लाभ प्रदान करेगी।
विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना के उद्देश्य
PM Vishwakarma Yojana 2023 पारंपरिक कौशल से जुड़ी परिवार-आधारित प्रथाओं और व्यवसायों को मजबूत करना है। यह गुरु-शिष्य परंपरा या गुरु-प्रशिक्षु परंपरा को अपनाकर इसे पूरा करना चाहता है जो पीढ़ियों से कौशल को आगे बढ़ाने में सहायक रही है। यह योजना कारीगरों और शिल्पकारों द्वारा प्रदान किए जाने वाले उत्पादों और सेवाओं की क्वालिटी बढ़ाने के लिए है।
Benefits of PM Vishwakarma Yojana 2023
यह योजना कारीगरों और शिल्पकारों को कई प्रकार के लाभ प्रदान करती है। कार्यक्रम में भाग लेने वालों को पीएम विश्वकर्मा प्रमाण पत्र और एक आईडी कार्ड के माध्यम से मान्यता प्राप्त होगी। इसके अलावा यह योजना 5 प्रतिशत की रियायती ब्याज दर पर 1 लाख रुपये (पहली किस्त) और 2 लाख रुपये (दूसरी किस्त) तक लोन के रूप में सहायता प्रदान करती है।
इसके अलावा यह योजना कौशल बढ़ाने, टूलकिट प्रावधान, डिजिटल लेनदेन प्रोत्साहन और विज्ञापन करने के लिए प्रोत्साहन प्रदान करती है। यह उपकरण खरीद में सहायता भी प्रदान करती है और कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम के दो लेवल प्रदान करती है: बेसिक एंड एडवांस। इन प्रोग्राम से गुजरने वाले उम्मीदवारों को मानदेय मिलेगा।
PM Vishwakarma Yojana 2023 Eligibility
पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना के लिए पात्र होने के लिए आवेदकों को भारतीय नागरिक और पारंपरिक कारीगर या शिल्पकार होना चाहिए। इस योजना में आवेदन करने के लिए कोई विशेष आयु प्रतिबंध नहीं है। यह योजना बहुत विशाल है जिसमें पारंपरिक व्यापारों की एक लंबी लिस्ट शामिल है। इनमें बढ़ई, लोहार, सुनार, कुम्हार, मूर्तिकार, दर्जी आदि शामिल हैं।
- नाव निर्माता
- मछली पकड़ने का जाल निर्माता
- ताला बनाने वाला
- मूर्तिकार (मूर्तिकार, पत्थर तराशने वाला), पत्थर तोड़ने वाला
- कवचधारी
- मोची (चर्मकार)/जूता कारीगर/जूते कारीगर
- दर्जी
- बढ़ई (सुथार)
- गोल्डस्मिथ या सोनार
- टोकरी/चटाई/झाड़ू निर्माता/कॉयर बुनकर
- लोहार
- गुड़िया और खिलौना निर्माता (पारंपरिक)
- माला बनाने वाला
- मेसन (राजमिस्त्री)
आवेदन प्रक्रिया
पीएम विश्वकर्मा योजना के माध्यम से कौशल प्रशिक्षण में रुचि रखने वाले इच्छुक प्रतिभागी ऑनलाइन पंजीकरण फॉर्म भर सकते हैं। योजना की घोषणा हो चुकी है लेकिन आवेदन प्रक्रिया के संबंध में विशेष जानकारी अभी जारी नहीं की गई है। ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया के संबंध में जानकारी उपलब्ध होते ही हमारी वेबसाइट पर प्रदान की जाएगी।
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FAQs
Q. पीएम विश्वकर्मा योजना 2023 क्या है?
Ans. पीएम विश्वकर्मा योजना 2023 बुनकरों, लोहारों और अपने हाथों से चीजें बनाने वाले पारंपरिक श्रमिकों की मदद करने के लिए सरकार की एक विशेष योजना है। यह उन्हें अपने काम में बेहतर बनने के लिए पैसा और ट्रेनिंग देती है।
Q. इस योजना से किसे लाभ मिल सकता है?
Ans. जो लोग धातु, कपड़ा या लकड़ी से चीजें बनाने जैसे पारंपरिक काम करते हैं वे इस योजना में शामिल हो सकते हैं। उन्हें भारतीय नागरिक और अपने काम में विशेषज्ञ होना चाहिए। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि उनकी उम्र कितनी है।